Morning Walk Benefits: मॉर्निंग वॉक हमारे शरीर के लिए गजब की फायदेमंद होती है अगर हम हफ्ते में काम से कम 4 दिन भी मॉर्निंग वॉक करते हैं तो भी यह हमारे स्वास्थ के लिए बेहद फायदेमंद है. इस लेख में हम आपको बताते हैं मॉर्निंग वॉक का सही तरीका, समय और हमें कितनी एक्सरसाइज करनी चाहिए.
क्या आप सुबह की सैर के लिए जाते हैं अगर नहीं जाते तो निश्चित तौर पर आप यह जानकर खुद को सुबह की सैर के लिए जरूर तैयार करेंगे. सुबह की सैर हमारे लिए किसी वरदान से काम नहीं है. सुबह भौर के समय हमें खुद के लिए 30 मिनट से 1 घंटे का समय जरुर निकालना चाहिए. अगर हम सुबह अपने शरीर को थोड़ा समय देते हैं तो यह आदत हमें जिंदगी भर के लिए फायदा देती है. अगर आप स्वस्थ रहना चाहते हैं तो समय रहते मॉर्निंग वॉक की आदत डालने यह आपको बीमारियों से दूर तो रखेगी ही साथ ही आप पूरा दिन खुश और फुर्ती दायक बने रहेंगे. सुबह की सैर आपके शारीरिक स्वास्थ्य के लिए ही नहीं आपकी मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बड़ी ही लाभदायक होती है. लेकिन सुबह की सैर और एक्सरसाइज करते समय हमें कुछ बातों का ध्यान भी रखना चाहिए. लोग अक्सर कंफ्यूज रहते हैं कि उन्हें सुबह कितनी दूरी तक और कितने समय तक व्यायाम करना चाहिए. आज हम इसलिए के माध्यम से आपको इस विषय पर पूरी जानकारी देंगे.
कितने समय और कितनी दूरी तक करें मॉर्निंग वॉक
सबसे जरूरी यह है कि आप मॉर्निंग वॉक करें और रही दूरी और मॉर्निंग वॉक के समय की बात तो सब की शारीरिक क्षमताएं अलग-अलग होती हैं वॉक और एक्सरसाइज करते समय हमें अपनी क्षमता का ध्यान रखना चाहिए. इस बात का आपको ध्यान रखना है कि आपको कभी भी जबरदस्ती नहीं करनी है. जब आप सुबह की सैर की शुरुआत करते है शुरू में छोटे छोटे टार्गेट बनाइये। शुरुआत में जितना आप आसानी से चल सके उतना ही चलने का लक्ष्य निर्धारित करें और अपनी शारीरिक क्षमता के अनुरूप की व्यायाम करें। धीरे-धीरे जब आपका अभ्यस्त हो जाए तो अपनी व्यायाम की मात्रा और समय को बढ़ा ले। अगर आप शारीरिक रूप से स्वस्थ हैं तो आप हल्की दौड़ और कुछ एरोबिक्स एक्सरसाइज भी कर सकते हैं। एक स्वस्थ व्यक्ति आसानी से एक किलोमीटर से लेकर 4 किलोमीटर तक का वॉक आसानी से कर सकता है।
सुबह की सैर का टाइम टेबल कैसे शुरू करें
सुबह सूर्य उदय से पहले उठने का प्रयास करें आप अपनी सुविधा अनुसार सुबह 5:00 से लेकर 9:00 तक का समय मॉर्निंग वॉक के लिए चुन सकते हैं। सुबह उठने के बाद अपने नित्य कर्म करने के पश्चात आप सैर के लिए जा सकते हैं। सैर के लिए आप अपने नजदीक का कोई पार्क कोई साफ सुथरी सड़क चुन सकते हैं अगर आप गांव में रहते हैं तो भी आप कोई खेतों की तरफ का रास्ता या कोई खाली सड़क सैर के लिए चुन सकते हैं। सुबह के समय अगर आपको कमजोरी महसूस होती है तो आप सैर पर जाने से पहले थोड़ा हल्का नाश्ता कर सकते हैं। सुबह सैर पर जाते समय आपको अपने जूते का अपने पैर के हिसाब से उपयुक्त जूता का चयन करें ताकि आपको घूमने फिरने में आसानी रहे। सुबह सैर पर जाने वाले अन्य साथियों के साथ आप एक ग्रुप बनाकर भी सैर के लिए जा सकते हैं। आप सुबह की व्यायाम को नियमित रूप से अपनी दिनचर्या में शामिल करें धीरे-धीरे यह आपकी एक अच्छी आदत बन जाएगी और आपको स्वस्थ रहने में मदद मिलेगी।
सुबह घूमने जाते समय अपनी गति का विशेष ध्यान रखें जब आप पैदल चलते हैं तो एक निश्चित गति को मेंटेन करने का प्रयास करें। अगर गर्मी का समय है तो एक पानी की बोतल भी साथ रखें और ज्यादा मात्रा में पानी नहीं पीकर थोड़े समय वाद के घूंट पानी पीते रहे। अगर आप शुरुआत कर रहे हैं तो शुरू में धीरे-धीरे पहले उसके बाद आप तेज गति में पैदल चल सकते हैं या हल्की दौड़ भी लगा सकते हैं। अगर बीच में किसी दिन आप सैर पर ना जा पाए तो तुरंत अगले दिन तुरंत सुरुवात करे।
सुबह की सैर के चौंकाने वाले फायदे
सुबह पैदल चलने से आपका पाचन तंत्र एक्टिव हो जाता है जिससे आपको भोजन पचाने में सहायता मिलती है इसका सीधा सर आपका स्वास्थ्य पर पड़ता है आप खुद को स्वस्थ महसूस करते हैं। पैदल चलने से आपका ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है जिससे आपका हृदय का स्वास्थ्य भी बढ़ता है इसके अलावा पैदल चलने से आपके शरीर की कैलोरी बर्न होती है जिसे आपका मोटापा घटता है और आप एक्टिव रहते हैं । एक रिसर्च में पाया गया है कि अगर आप नियमित रूप से दो से तीन किलोमीटर रोजाना पैदल चलते हैं तो आपको हृदय की बीमारियों का खतरा 80% तक कम हो जाता है। पैदल चलने से शरीर में डायबिटीज का खतरा भी काम हो जाता है पैदल चलने से हमारा पाचन तंत्र अच्छे से काम करता है और शरीर का वजन भी नियंत्रण में रहता है एक्स्ट्रा कैलोरी के बन होने से हम डायबिटीज शुगर जैसी बीमारियों से बच जाते हैं। जब आप वॉक करते हैं तो आपकी हड्डियों के जॉइंट्स स्क्विश करने लगते हैं। वॉक के समय दौरान जोड़ों पर पड़ने वाले प्रेशर के ये खुलते हैं और इनमें अधिक फ्ल्यूड और ऑक्सीजन की सप्लाई होने लगती है। इससे जोड़ों को सभी पोषक तत्व मिलते हैं, जिससे जॉइंट्स बेहतर काम करते है।
पैदल चलने का हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर भी प्रभाव
पैदल चलने से हमें शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य में भी सुधार देखने को मिलता है। सुबह के शांत और खुशनुमा माहौल में टहलने से हमारे दिमाग में डोपामाइन नाम का रसायन रिलीज होता है जो हमारा तनाव कम करने में सहायता करता है और हम खुद को खुश महसूस करते हैं। पुरुषों में नियमित रूप से पैदल चलने से टेस्टोस्टेरोन बढ़ता है। नियमित रूप से पैदल चलना महिलाओं में एस्ट्रोजन रजोनिवृत्ति के लक्षणों को कम कर सकता है। रोजाना सुबह वॉक करने से इम्यून सिस्टम बेहद मजबूत हो जाता है। इससे बीमार पड़ने का खतरा कम होता है। कई रिसर्च में ये भी पाया गया है कि जो लोग रोज सुबह कम से कम 20 मिनट और हफ्ते में 5 दिन पैदल चलते हैं तो उनके बीमारी होने की संभावना 43% कम हो जाती हैं। अगर आप बीमार हो भी जाते हैं तो भी जल्दी ठीक हो जाते हैं।
सबसे ज्यादा जरूरी ये है कि आप सब रोजाना मॉर्निंग वॉक जरूर करें और स्वस्थ रहने के लिए रोज कम से कम 30 मिनट मॉर्निंग वॉक का रुटीन तो जरूर बनाएं। शुरूआत में आप अपने शरीर और उम्र के हिसाब से इस समय को कम ज्यादा भी रख सकते हैं, लेकिन धीरे-धीरे अपने पैदल चलने की दूरी या समय अवधि को बढ़ा भी सकते हैं। कई रिसर्च में पाया गया है कि सुबह 1 घंटे तेज चलने से आप लाइफ को 2 घंटे बढ़ा सकता है। तू अपने बेहतर स्वास्थ्य के लिए आप अपने शरीर को सुबह 40 मिनट से लेकर 1 घंटे का समय जरूर दें।
एक्सरसाइज के समय यह भी रख ध्यान
जब आप सुबह अथवा दिन के किसी भी समय व्यायाम करते हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि आपको 6 से 7 घंटे की नींद जरूर लेनी है इसे आपके शरीर को रिकवर होने में मदद मिलती है और साथ ही साथ एक्सरसाइज के दिनों में आपके शरीर को एक संतुलित भोजन की भी आवश्यकता होती है तो आप अपनी आवश्यकता अनुसार अपने खाने-पीने का ध्यान जरूर रखें पौष्टिक भोजन ले बेवजह तनाव लेने से बच्चे अच्छी नींद ले नियमित रूप से व्यायाम करें और स्वस्थ रहें टाइम्स टुडे आपके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता है।