Haryana Opinion Poll: हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर विभिन्न न्यूज़ चैनल ऑन और अखबारों के ओपिनियन पोल सामने आ चुके हैं जिनमें कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिलता दिखाई दे रहा है एक और हरियाणा में भाजपा जहां बेहद कमजोर दिखाई दे रही है वही JJP एक 2 सीट के लिए संघर्ष करती दिखाई दे रही है. अब यह ओपिनियन पोल कितने सही साबित होते हैं यह आने वाले 8 अक्टूबर को साबित हो जाएगा आईए जानते हैं क्या कहते हैं यह opinion Poll.
हरियाणा प्रदेश में आने वाले 5 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव होना है जिसे लेकर हरियाणा में तमाम राजनीतिक पार्टियों अपने दांव पेंच चल रही है. पूरे हरियाणा प्रदेश में चुनावी रैलियां और जनसभाओं का दौर जारी है सभी बड़ी पार्टियों के नेता मतदाताओं को लुभाने में लगे हैं. चुनाव को लेकर लोग अपने अलग-अलग मत भी प्रकट कर रहे हैं जनता भी आप अपने पसंदीदा नेताओं को समर्थन कर रही है. विभिन्न चैनलों और कई बड़े मीडिया हाउसों ने चुनाव को लेकर ओपिनियन पोल भी जारी किए हैं हालांकि यह ओपिनियन पोल कितने सही साबित होंगे यह अपने आप में देखने वाला होगा परंतु ओपिनियन पोल में कांग्रेस पार्टी पूर्ण बहुमत की ओर जाती दिखाई दे रही है. वहीं बीजेपी इस विधानसभा चुनाव में बेहद कमजोर दिखाई दे रही है. विभिन्न ओपिनियन पोल को लेकर टाइम्स टुडे भी आपके लिए एक हरियाणा चुनाव पर विश्लेषण लेकर आया है.
क्या कहते हैं ओपिनियन पोल
अगर हम बड़े अखबार दैनिक भास्कर की बात करें तो हरियाणा में को 40 से 42 सिम मिलती दिखाई दे रही है वहीं अगर भारतीय जनता पार्टी की बात करें तो भारतीय जनता पार्टी को 17 से 18 सीट मिलती दिखाई दे रही है जबकि 5 सीट पर निर्दलीय लोक दल और जेजेपी को जाती दिख रही है. और बाकी बची 25 सीटों पर कुछ कहा नहीं जा सकता इन 25 सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर है अगर कांग्रेस इनमें से 8, 10 सीट हासिल करती है तो वह पूर्ण बहुमत को हासिल कर लेगी. परंतु अगर यह सीट बीजेपी या अन्य के खाते में जाती हैं तो कांग्रेस के लिए थोड़ी मुश्किल हो सकती है परंतु ऐसा लग नहीं रहा प्रतीत होता है कि कांग्रेस पार्टी की चुनाव में बहुमत हासिल कर लेगी.
सोनीपत रोहतक झज्जर और जींद में कांग्रेस बेहद मजबूत
चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा का गढ़ माने जाने वाले सोनीपत रोहतक और झज्जर में कांग्रेस पार्टी बेहद मजबूत दिखाई दे रही है ओपिनियन पोल के अनुमान के मुताबिक इन जिलों की सभी विधानसभा सीट कांग्रेस के खाते में जाती दिखाई दे रही है जबकि जींद जिले में भी अबकी बार कांग्रेस मजबूत स्थिति में है इसके विभिन्न कारण है यह जिले किसान आंदोलन के केंद्र में रहे थे और इन जिलों में किस बाहुल्य मतदाताओं की संख्या काफी अधिक है और किसानो का यह वोट बैंक कांग्रेस के खाते में जाता दिखाई दे रहा है. इसके अलावा इन जिलों में भूपेंद्र सिंह हुड्डा का काफी प्रभाव है पहले वह 10 साल मुख्यमंत्री रह चुके हैं इन एक एरिया में उन्होंने काफी विकास कार्य भी करवाए हैं जिसका भूपेंद्र सिंह हुड्डा को चुनाव में पूरा फायदा मिलेगा. अगर बाकी जिलों की बात करें तो वहां भी कांग्रेस पार्टी बीजेपी को कड़ी टक्कर देती हुई प्रतीत हो रही है. हालांकि अहीरवाल अंबाला और करनाल के कुछ विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी भी बेहद मजबूत है परंतु अगर सीट शेर की बात करें तो ज्यादा सिम कांग्रेस के खाते में जाती हुई प्रतीत हो रही है.सर्वे में लोगों से ये पूछा गया था कि उनकी विधानसभा सीट पर विभिन्न पार्टियों के लिए उनके पसंदीदा उम्मीदवार कौन हैं।
आज सर्वे के रिजल्ट में जानिए कि राज्य की 90 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार के तौर पर लोगों की पहली पसंद कौन है।
मुख्यमंत्री के रूप में भूपेंद्र सिंह हुड्डा और दीपेंद्र जनता की पहली पसंद
अगर कांग्रेस पार्टी में मुख्यमंत्री पद के लिए बात करें तो भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके पुत्र दीपेंद्र सिंह हुड्डा जनता की पहली पसंद है काफी सर्वे में इन्हे मुख्यमंत्री पद का सबसे सही उम्मीदवार बताया गया है. एक और पुराने बुजुर्ग जहां भूपेंद्र सिंह हुड्डा को ही दोबारा कम देखना चाहते हैं वही युवा वर्ग और उनके साथ एक बड़ा तब का दीपेंद्र को अगले मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहता है. हालांकि यह अभी देखना होगा कि कांग्रेस पार्टी इसके लिए पूर्ण बहुमत हासिल कर पाती है या नहीं परंतु ओपिनियन पोल के रुझानों में कांग्रेस पार्टी को हरियाणा में बाहरी बढ़त मिलती दिखाई दे रही है अबकी बार इस चुनाव में टक्कर बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही है अन्य पार्टियों बस किसी तरह से अपने लिए एक दो सीट का जुगाड़ करने में व्यस्त है.
कांग्रेस की टिकट वितरण में भी रहा हुड्डा गुट का जोर
अबकी बार कांग्रेस पार्टी के लिए टिकट वितरण में भी भूपेंद्र सिंह हुड्डा का जोर चला है सूत्रों के मुताबिक चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपनी पसंद के 72 उम्मीदवारों को टिकट दिलवाने में कामयाब रहे हैं यह एक तरह से उनके मुख्यमंत्री पद के दावे को और मजबूत करता है. हालांकि हरियाणा प्रदेश में जनता का एक बड़ा वर्ग दीपेंद्र हुड्डा को भी अगले मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहता है. अब देखना है की अगर कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिलता है तो वह किबनाएगी मुख्यमंत्री के तौर पर चेहरा बनाएगी.
GT रोड-अहीरवाल बेल्ट से BJP को आस; कांग्रेस जाटलैंड-बांगर में मजबूत, जाट-दलित बंटे तो BJP को होगा फायदा
अगर हरियाणा चुनाव के जातीय समीकरण की बात करें तो हरियाणा में अपनी खास बैठ रखने वाला ज्यादातर जाट वोट बैंक कांग्रेस के खाते में जाता दिखाई दे रहा है जाट लैंड और बांगर में कांग्रेस पार्टी बेहद मजबूत दिखाई दे रही है इसके साथ ही देशवाली बेल्ट में भी कांग्रेस काफी मजबूत है. वहीं अगर बीजेपी की बात करें तो बीजेपी अहीरवाल क्षेत्र में मजबूत स्थिति में दिखाई दे रही है इसके अलावा जीटी रोड विधानसभा के कुछ क्षेत्र में भी भाजपा मजबूत दिखाई दे रही है. हरियाणा के जातीय समीकरण के अनुसार अगर जाट और दलित वोट बढ़ाते हैं तो इसका सीधा फायदा बीजेपी को होगा और अगर जाट को दलित वोट नहीं बट पाते है तो इसका लाभ कांग्रेस को होगा.
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